रायगढ़/छत्तीसगढ़ वॉइस न्यूज़
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जिले के गोड़म ग्राम में स्थित संतोषी माता मंदिर में इन दिनों भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। कारण है – चित्रकूट धाम निवासी पंडित अजय उपाध्याय, जो बागेश्वर धाम सरकार की तरह दरबार लगाकर पर्चे के माध्यम से भक्तों के मन की बात बता रहे हैं। उनकी भविष्यवाणियाँ शत-प्रतिशत सत्य सिद्ध हो रही हैं, जिससे उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैल गई है।
हनुमान कृपा से होती है मन की बात – विद्या नहीं, यह विश्वास है: पंडित जी
छत्तीसगढ़ वॉइस न्यूज़ की टीम ने स्वयं गोड़म पहुंचकर इस दिव्य दरबार का अनुभव किया। दरबार में शामिल होते ही यह अनुभूति हुई कि पंडित अजय उपाध्याय के पास कोई साधारण शक्ति नहीं, बल्कि हनुमान जी और माता संतोषी की विशेष कृपा है।
पंडित जी स्वयं कहते हैं – “यह कोई विद्या या सिद्धि नहीं, यह केवल प्रभु कृपा है। हनुमान जी जो लिखवाते हैं, वही मैं भक्तों को पर्चे के रूप में बताता हूं।”कर्ण पिशाचिनी की जो भ्रांतियां फैली हुई है, सब फिजूल की बाते है, वो हम तक पहुँच ही नही सकती क्योंकि हमारे साथ सदैव हनुमान जी है
दरबार में उमड़ रही भीड़, रोज़ 200-300 भक्त लगा रहे हैं अर्जी
पंडित अजय उपाध्याय प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और शाम 3 बजे से 6:30 बजे तक दरबार लगाते हैं। भक्त पर्चा दिखाकर अपने मन की बात, समस्या व समाधान जानने आते हैं। रविवार और सोमवार को दरबार बंद रहता है, उन दिनों ताबीज और भभूति वितरण किया जाता है।
पर्चे में मन की बात जानकर चकित रह गए लोग
इस दरबार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पंडित जी पर्चा बनाकर ऐसे तथ्य लिखते हैं, जिसे पूछने वाला कहता है – “हमने किसी को नहीं बताया, फिर भी यह कैसे लिखा गया?”
टीम के सामने भी कई भक्तों की जिज्ञासा, समस्या व समाधान बिना बोले ही पर्चे में लिख दिया गया, जिससे हर कोई चमत्कृत हो उठा।
नारियल बांधकर लगाएं अर्जी, सबका नंबर आता है क्रम से
मनोकामना पूर्ति हेतु भक्तजन लाल कपड़े में नारियल बांधकर माता के चरणों में अर्जी लगाते हैं। यदि किसी को प्रेत बाधा जैसी समस्या हो, तो काले कपड़े में नारियल बांधने की सलाह दी जाती है।
पंडित जी कहते हैं – “अर्जी लगाने के बाद राम नाम का जाप करें और माता संतोषी का ध्यान करें, कृपा निश्चित रूप से प्राप्त होगी।”
चित्रकूट से गोड़म तक का आध्यात्मिक सफर
पंडित अजय उपाध्याय का संबंध चित्रकूट धाम से है। वे श्री राम संस्कृत महाविद्यालय से शिक्षित हैं और बचपन से ही देवी-देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं। उनके पिता भी पहले पर्चा दरबार लगाया करते थे। वर्तमान में वे गोड़म के संतोषी माता मंदिर में निःशुल्क सेवा दे रहे हैं।
सनातन धर्म और अखंड भारत का संदेश
पंडित जी का स्पष्ट संदेश है –
“सनातन धर्म का प्रचार करना है, भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है और उसे अखंड भारत के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए हमें पहले अपने विचार, आचरण और कर्म को शुद्ध करना होगा। आपसी प्रेम और एकता बनानी होगी।”

