विपक्ष से लेकर सत्ता तक रानी के कार्य की उपलब्धि उसे बनाती है मजबूत
रायगढ़ वर्तमान में महापौर पद के लिये रानी चौहान एक सशक्त दावेदार है क्योंकि विपक्ष से लेकर कांग्रेस शासनकाल तक महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रानी चौहान ने अपनी विशाल महिला टीम के साथ जनहित और शहर विकास के लिये नया आयाम रचा है उनके महिला टीम की उपस्थिति से ही कार्यक्रम सफल माना जाता रहा है बेख़ौफ़ निडर होकर रानी एक महिला होकर भी पुरुषों के कंधा से कंधा मिलाकर पार्टी और जनता के हित के लिये हमेशा डटी रही।
नगरीय निकाय में महापौर पद के लिये आरक्षण होते ही कई दावेदार सामने आ रहे हैं किंतु कांग्रेस पार्टी से रानी चौहान एक ऐसी ब्यक्तित्व सामने आई हैं जिसके लिये पार्टी के लोगो के अलावा आम जनमानस ने भी खुलकर एलान कर दिया है हो भी क्यो नही आखिर उनकी पैठ रायपुर के बड़े नेताओं के साथ दिल्ली के भी नेताओ के साथ घतिष्ठ सम्बन्ध है जिसका लाभ उन्हें सदैव मिला,छोटे गली मोहल्ले से लेकर बड़े बड़े कालोनीवासी भी रानी के चहेते है उनका ब्यवहार उनकी मधुर वाणी उनका सहयोगात्मक भाव सबको प्रभावित करता है अपने समाज के साथ अन्य समाजों में भी रानी का पहुँच घर की रसोई तक है जिसका लाभ उसे मिल सकता है,
,प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम का साथ उनका आशीर्वाद रानी के लिये किसी से नही छिपा है वही राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा के मार्गदर्शन में रानी ने हर कार्यक्रम को महिला शक्ति के बदौलत सफल किया है केंद्र के खिलाफ आंदोलन में सबसे अहम भूमिका रानी चौहान का रहा है रायगढ़ कांग्रेस पार्टी में महिलाओं को सर्वाधिक सदस्य बनाने वाली रानी का कद आज महिला नेताओं में सबसे ऊपर है,कांग्रेस पार्टी आंख मूंद कर रानी पर विश्वास कर सकती है आज कांग्रेस की सत्ता नही होने पर भी शहरवासियों को प्रभावित कर रानी वह विजय होने वाली प्रत्याशी है जिससे सत्ता का प्रत्याशी भी रानी के सामने खड़े होने के लिये सोचने को मजबूर हो जाएगा।